OTT Platform किसे कहते है? OTT Full Form in Hindi, OTT Platform यानिकि “Over the Top” एक ऐसा मंच है जो पारंपरिक केबल टीवी से अलग, इंटरनेट पर फिल्में और टीवी शो को प्रसारित करता है। आज लगभग हर किसी की जेब में स्मार्टफोन है या फिर उसके घर पर स्मार्ट टीवी है, वह बाजार में उपलब्ध कई OTT Apps या OTT Platform को जानता है।
OTT क्या है? What is OTT in Hindi?
इसीलिए आज हम इस आर्टिकल में यह जानेगे की “OTT Platform किसे कहते है और यह कैसे काम करता है”। OTT Platform इंटरनेट पर उपलब्ध किसी भी अन्य ऐप या सेवाओं के समान ही हैं, बस आपको केवल एक ऐसा Device चाहिए जो OTT Platform या OTT Apps, एक इंटरनेट कनेक्शन और बूम को सपोर्ट करता हो। इसके बाद आप इन प्लेटफार्म पर उपलब्ध सभी कंटेंट तक पहुंच सकते है।
आज बाजार में बहुत सारे OTT Platform उपलब्ध हैं। जैसे – नेटफ्लिक्स, प्राइम वीडियो, हॉटस्टार, डिज़नी प्लस, अहा, एएलटी बालाजी, एमएक्स प्लेयर, और ऐसे कई प्लेटफार्म। यहां तक कि अब टीवी चैनल भी प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए ऐसी ही सेवाओं को प्रदान कर रहे हैं। इसलिये अब उपयोगकर्ताओं को उपलब्ध इन विकल्पों में से किसी एक को चुनना बहुत मुश्किल हो रहा है।
वैसे यह आर्टिकल उपयोगकर्ताओं को सबसे अच्छा OTT Platform चुनने में मदद करने के बारे में नहीं है, हाँ अगर आप चाहें तो बस इतना करे इस आर्टिकल पर अपने विचार एक टिप्पणी के रूप में कमेंट बॉक्स में छोड़ दें।
OTT Platform किसे कहते है? OTT Full Form in Hindi
OTT Platform किसे कहते है? वास्तव में, OTT शब्द “Over the top” का ही संक्षिप्त रूप है। इसके द्वारा आपको इंटरनेट पर टीवी कंटेंट, वेब सीरीज इत्यादि को देखने की सुविधा मिलती है, यानी जब जैसे ही आपको केबल बॉक्स से छुटकारा मिला वैसे ही आपके हाथ में एक स्मार्ट फोन आ गया जिस पर आप OTT App से सभी टीवी कार्यक्रम को देख सकते है।
तब इस प्लेटफॉर्म को OTT Platform कहा जाने लगा। वेब सीरीज, कॉमेडी कार्यक्रमों और फिल्मों की स्ट्रीमिंग OTT Platform के साथ-साथ टीवी पर भी होती है, जो अब भारत में काफी लोकप्रिय है।
OTT Platform के मॉडल कौन से है? What are the models of OTT Platform?
OTT Platform किसे कहते है? इसके बाद OTT प्लेटफॉर्म के मॉडल कौन से है इसे जानते है। OTT Platform वीओडी बिजनेस मॉडल का पालन करते हैं, वीओडी का मतलब वीडियो ऑन डिमांड होता है। अभी तीन प्रकार के VOD मॉडल हैं जिनका उपयोग इनमें से अधिकांश OTT Platform करते हैं।
SVOD (Subscription Video on Demand)
सब्सक्रिप्शन वीडियो ऑन डिमांड, जिसे संक्षेप में SVOD कहते है यह एक सब्सक्रिप्शन मॉडल है जो अपने उपयोगकर्ताओं को कंपनी के द्वारा निर्धारित एक निश्चित शुल्क पर फिल्मों/वेब सीरीज की पूरी लाइब्रेरी तक पहुंचने की अनुमति देता है। यूजर्स को कंपनी द्वारा निर्धारित पॉलिसी के अनुसार OTT Platform सब्सक्रिप्शन को जारी रखने के लिए रोजाना, साप्ताहिक, मासिक या सालाना सब्सक्रिप्शन फीस को देना होता है।
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जब तक कोई भी उपयोगकर्ता OTT Platform से अपनी सदस्यता को समाप्त नहीं करता, तब तक उसकी सदस्यताएँ स्वतः ही रिन्यूअल हो जाती हैं। इस मॉडल का उपयोग करने वाली कंपनियां उपयोगकर्ताओ की सदस्यता के माध्यम से अपना राजस्व उत्पन्न करती हैं।
उदाहरण: नेटफ्लिक्स, प्राइम वीडियो, हॉटस्टार, एएलटी बालाजी, आह।
ADVOD (Advertising Video on Demand)
Advertising वीडियो ऑन डिमांड, यानि ADVOD एक विज्ञापन-आधारित वीडियो स्ट्रीमिंग मॉडल है जो उपयोगकर्ताओं को विज्ञापनों के साथ कंटेंट तक पहुंचने की अनुमति देता है। ये कंपनी इन विज्ञापनों से उत्पन्न धन का उपयोग OTT Platform पर उत्पादन और होस्टिंग लागत को संतुलित करने के लिए करती है।
उदाहरण: यूट्यूब, MX Player
TVOD (Transactional Video on Demand)
ट्रांजेक्शनल वीडियो ऑन डिमांड, यह एक Pay per view आधारित सेवा है, जिसका अर्थ है कि उपयोगकर्ता को प्रत्येक वीडियो को देखने के लिये भुगतान करना होगा जिसे वह देखना चाहता है। यदि यह एक सीरीज है, तो उपयोगकर्ता को पूरे सीजन को देखने के लिए भुगतान करना होगा।
उदाहरण: गूगल प्ले, आईट्यून्स।
इनके आलावा एक और मॉडल है जो ऊपर वर्णित एक या दो मॉडलों के संयोजन का उपयोग करता है और इसे हाइब्रिड मॉडल के रूप में जाना जाता है। इस मॉडल में, उपयोगकर्ता के पास OTT Platform पर अधिकांश सामग्री तक पहुंच होती है, लेकिन फिर भी उसे प्रीमियम सामग्री को देखने के लिए भुगतान करना पड़ता है। इस मॉडल का सबसे अच्छा उदाहरण प्राइम वीडियो है।
OTT डिवाइस, Content, App और वीडियो क्या है? What is OTT Device, Content, App and Video?
OTT Platform और वीडियो आपस में जुड़े हुए होते हैं, लेकिन फिर भी ये एक ही चीज नहीं हैं। ओटीटी एक अलग चैनल है जिसके माध्यम से वीडियो सामग्री (और संबंधित प्रदर्शन या वीडियो विज्ञापन) को अंतिम उपयोगकर्ताओं तक पहुंचाया जाता है।
OTT Video क्या है? What is OTT video
वीडियो सामग्री को किसी भी डिवाइस पर देखा जा सकता है, जिसमें कंप्यूटर, मोबाइल डिवाइस, टीवी, ओटीटी डिवाइस आदि शामिल होते हैं।
OTT Content क्या है? What is OTT content
यह ओटीटी कंटेंट प्रोवाइडर से आने वाला कंटेंट होता है (जैसे स्लिंग टीवी)। OTT कंटेंट को कंप्यूटर, मोबाइल डिवाइस, OTT डिवाइस सहित कई अन्य उपकरणों पर भी देखा जा सकता है।
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OTT Device क्या है? What is OTT device
कोई भी ऐसा डिवाइस जो डेस्कटॉप, लैपटॉप या मोबाइल नहीं है लेकिन ओटीटी कंटेंट का उपभोग करने के लिए उपयोग किया जाता है। उदाहरण के तौर पर जैसे स्मार्ट टीवी, ऐप्पल टीवी, क्रोमकास्ट, प्लेस्टेशन, एक्सबॉक्स, अमेज़ॅन फायर स्टिक और अन्य स्ट्रीमिंग डिवाइस।
OTT App क्या है? What is OTT app
OTT Apps क्या है? आज OTT App पर आप कोई भी ओटीटी कंटेंट जैसे वेब सीरीज, टीवी सीरियल, फिल्में आदि को देख सकते है। इंटरनेट के माध्यम से OTT Apps पर फिल्म और टेलीविजन कंटेंट को प्रसारित किया जाता है, जो ग्राहकों की मांग के अनुसार ही उन्हें उपलब्ध कराया जाता है। आज बाजार में कई OTT Apps उपलब्ध है और इनमें से कई प्लेटफॉर्म तो अपनी Web Series ( वेब सीरीज ) के लिए जाने जाते है।
OTT Platform में क्या क्या-क्या शामिल हैं? What are included in OTT Platform?
वैसे तो OTT Platform पर कन्वर्सेशन काफी हद तक वीडियो-ऑन-डिमांड के इर्द-गिर्द ही घूमता है, लेकिन वास्तव में तकनीकी रूप में यह वेब-आधारित सामग्री की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करती है:
ओवर-द-टॉप (ओटीटी) वीडियो दर्शक: वे व्यक्ति जो किसी ऐप या वेबसाइट के माध्यम से वीडियो को देखते हैं यह पारंपरिक माध्यम को छोड़कर स्ट्रीमिंग वीडियो कंटेंट के द्वारा कंटेंट को प्रदान करता है।
उदाहरण:- HBO Now, Hulu, Netflix, Amazon Video, YouTube/YouTube Red और SlingTV शामिल हैं।
कनेक्टेड टीवी (सीटीवी)/इंटरनेट प्रोटोकॉल टीवी (आईपीटीवी) उपयोगकर्ता: वे व्यक्ति जो इंटरनेट से जुड़े टीवी सेट का उपयोग बिल्ट-इन इंटरनेट कनेक्टिविटी (स्मार्ट टीवी) के माध्यम से करते हैं या सेट-टॉप बॉक्स (एसटीबी) जैसी कार्यक्षमता वाले अन्य उपकरणों के माध्यम से करते हैं।
उदाहरण:- Apple TV, Google Chromecast, Amazon Fire, Roku, ब्लू-रे प्लेयर या गेमिंग कंसोल।
Linear ओटीटी वीडियो सर्विस यूजर: वे उपयोगकर्ता जो एक ऐसी सेवा की सदस्यता लेते हैं जिसमे मासिक सदस्यता में इंटरनेट पर लाइव टीवी चैनल का एक बंडल प्रोवाइड किया जाता है। उदाहरण:- स्लिंग टीवी, डायरेक्ट टीवी नाउ, लाइव टीवी के साथ हुलु, यूट्यूब टीवी और प्लेस्टेशन वू।
इनके आलावा OTT Platform/CTV उपयोगकर्ताओं की सामान्य उप-श्रेणियों में शामिल हैं:
विज्ञापन-आधारित वीडियो-ऑन-डिमांड (ADVOD): इसमें उपयोगकर्ता फ्री-टू-वॉच सामग्री तक पहुंचते हैं जहाँ वीडियो पर विज्ञापन के माध्यम से मॉनीटाइज़ किया जाता है।
सब्सक्रिप्शन वीडियो-ऑन-डिमांड (SVOD): इसमें उपयोगकर्ता के पास वीडियो कंटेंट स्ट्रीमिंग के लिए सशुल्क सब्सक्रिप्शन एक्सेस चाहिए होती है।
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Transactional Based वीडियो-ऑन-डिमांड (TVOD): वे उपयोगकर्ता जिन्हे पे-पर-व्यू (पीपीवी) खरीद मॉडल के माध्यम से कुछ कंटेंट तक पहुंचने के लिए भुगतान करना होता है।
ओटीटी वीडियो कैसे डिलीवर किया जाता है? How is OTT video delivered?
ओटीटी वीडियो डिलीवरी एक अविश्वसनीय नेटवर्क के द्वारा सर्वर पर संग्रहीत वीडियो फ़ाइलों को सुरक्षित रूप से स्ट्रीम करने के लिए वेब के लिए बनाई गई तकनीक का उपयोग करती है जहां पर उपलब्ध बैंडविड्थ भिन्न-भिन्न हो सकती है। यहाँ पहले से रिकॉर्ड की गई सामग्री को पूरे इंटरनेट पर वितरित होने वाली सामग्री को वितरण नेटवर्क (सीडीएन) पर संग्रहीत किया जाता है।
जब भी कोई उपभोक्ता OTT Platform पर किसी ऐप के माध्यम से स्ट्रीम करने के लिए किसी वीडियो का चयन करता है, तो स्थानीय सीडीएन से वीडियो के टुकड़ों की एक मेनिफेस्ट फ़ाइल को प्राप्त करने के लिए अनुरोध किया जाता है, साथ ही Media Key को वीडियो के टुकड़ो को डिक्रिप्ट करने के लिए संबंधित डिजिटल राइट्स मैनेजमेंट (डीआरएम) सर्वर से अनुरोध किया जाता है। यह कार्य चार चरणों में होता है:-
स्टेप 1: डिवाइस पर प्लेयर सीडीएन से प्राप्त मेनिफेस्ट फ़ाइल की जानकारी का उपयोग करके अपने प्लेबैक बफर को भरने के लिए कम से कम 30 सेकंड के वीडियो के भाग का अनुरोध करता है।
स्टेप 2: सीडीएन इन वीडियो के टुकड़ो को लौटाता है और मीडिया key का उपयोग प्लेबैक के लिए तैयार इन टुकड़ो को डिक्रिप्ट करने के लिए करता है।
स्टेप 3: जब तक स्क्रीन पर प्ले का चयन किया जाता है, तब तक प्लेयर वीडियो के टुकड़े को प्रस्तुत करता है।
स्टेप 4: प्लेयर अपने प्लेबैक बफर को Full रखने का प्रयास करते हुए वीडियो के भागो का अनुरोध करना जारी रखता है, जब तक कि दर्शक रुकने का चयन नहीं करता है, जिस बिंदु पर वह अनुरोध करता है वही पर वीडियो स्ट्रीम करना बंद कर देता है।
OTT Platform केबल टीवी से कैसे अलग है? How is OTT Platform different from Cable TV?
OTT Platform पर फिल्में और सीरियल भी दिखाए जाते हैं, जैसे की केबल टीवी पर, लेकिन फिर भी इनमे कुछ अंतर हैं, जैसे-
OTT Platform के लिए इंटरनेट कनेक्शन होना जरूरी है, जबकि केबल टीवी के लिए टीवी, सेटअप बॉक्स, केबल, डिश आदि का होना जरूरी है।
OTT Platform पर आप किसी भी फिल्म या सीरियल को कभी भी देख सकते हैं, लेकिन केबल टीवी में सभी प्रोग्राम फिक्स होते हैं, आप जब चाहें अपना पसंदीदा प्रोग्राम नहीं देख सकते हैं, इसके लिए आपको केबल टीवी के तय समय तक इंतजार करना पड़ता है।
कार्यक्रम देखते समय आप OTT Platform पर वीडियो को पॉज कर सकते हैं, लेकिन केबल टीवी में ऐसा कोई विकल्प नहीं होता है।
OTT Platform पर आप एक बार में पूरा प्रोग्राम देख सकते हैं, लेकिन केबल टीवी में ऐसा नहीं है।
OTT Platform पर Profit कैसे कमाते है? How to Earn Profit on OTT Platform?
इस कारोबार में मुख्य रूप से तीन तरह से मुनाफा कमाया जाता हैं।
TVOD यानि OTT Platform का हर यूजर किसी भी कंटेंट को डाउनलोड करते समय उसके लिए एक फीस देता है। यानी हर डाउनलोड पर ट्रांजैक्शन।
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SVOD यानि हर कोई उपयोगकर्ता हर महीने या एक समय सीमा के लिए एक राशि का भुगतान करता है तो वह उस OTT Platform के सभी कंटेंट को देख सकता है।
AVOD पर कंटेंट को देखने का तीसरा तरीका है, इसमें कोई शुल्क नहीं होता, लेकिन उपयोगकर्ता को सामग्री के बीच में विज्ञापन देखने होते हैं। जैसे यूट्यूब फ्री है लेकिन वीडियो के बीच में विज्ञापन देखने होंगे। इन विज्ञापनों के माध्यम से मुनाफा अर्जित किया जाता है।
कुल मिलाकर OTT Platform पर बिजनेस मॉडल बहुत आसान है। सबसे पहले, प्लेटफ़ॉर्म अपने कंटेंट बनाने या खरीदने के लिए पैसे खर्च करता है, और फिर दर्शकों या उपयोगकर्ताओं से शुल्क वसूल कर उस कंटेंट को बेचता है।
OTT Platform बनाना एक बहुत बड़ी हैप्टिक प्रक्रिया है और साथ ही यह व्यापार जगत में एक नकारात्मक नकदी प्रवाह प्रणाली भी है। दूसरी ओर, कई OTT Platform उपयोगकर्ताओं की सुविधा के लिए प्रति सप्ताह, प्रति माह, दैनिक और प्रति वर्ष भुगतान प्रणाली भी प्रदान करते हैं।
ओटीटी प्लेटफॉर्म के फायदे Benefits of OTT Platform
OTT प्लेटफॉर्म के फायदे, जहां लोगों को टीवी शो, फिल्मे या अपना कोई पसंदीदा कार्यक्रम को देखने के लिए केबल टीवी कनेक्शन या डीटीएच कनेक्शन की आवश्यकता होती है, वही लोग अब इंटरनेट कनेक्टिविटी का उपयोग करके अपने पसंदीदा शो को देख सकते हैं।
वेब सीरीज, डॉक्यूमेंट्री और भी अन्य कंटेंट OTT Platform पर जो भी चाहे देख सकते हैं यह सब ओरिजिनल होता है। जो किसी दूसरे प्लेटफॉर्म में नहीं होता है।
कुछ OTT Platform ऐसे हैं जो अपना कंटेंट या सीरीज बनाकर उसे प्रसारित करते हैं, जैसे अमेजन प्राइम वीडियो और नेटफ्लिक्स।
इस तकनीक के जरिए लोग काफी सहज हो गए हैं। क्योंकि लोग जब चाहें OTT ऐप का इस्तेमाल करके जो चाहें कर सकते हैं।
आज के समय में लोग टीवी यानि टेलीविजन की जगह स्मार्ट टीवी, स्मार्ट फोन और टैबलेट जैसे डिवाइस खरीद रहे हैं, इसका मुख्य कारण OTT Platform ही है, क्योंकि लोग अब इन डिवाइसेज पर OTT कनेक्ट करते हैं और इसमें ये शो देखते हैं।
लोग इस OTT Platform एप को प्लेस्टोर से अपने मोबाइल फोन या टैबलेट पर आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। और इसे अपने स्मार्टटीवी से जोड़कर, आप अपनी पसंद के शो और फिल्में देख सकते है।
OTT Platform का सबसे अच्छा फायदा यह है कि लोगों को इसका इंतजार करने की जरूरत नहीं है, वे वह सामग्री देखेंगे जो उन्हें देखने की जरूरत है। यह इसकी सबसे खास बात है।
अब बॉलीवुड की 2021 में आने वाली कुछ फिल्में भी OTT Platform पर रिलीज होने वाली हैं, जिससे लोगों को इन फिल्मों को अपने परिवार के साथ घर पर देखने का मौका मिलेगा।
OTT Platform का भारत में भविष्य क्या है? What is the future of OTT Platform in India?
OTT प्लेटफॉर्म का भारत में भविष्य, पीडब्ल्यूसी के द्वारा प्रकाशित एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत वर्तमान में आज दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ ओटीटी बाजार है, जो की 2024 तक दुनिया भर में छठा सबसे बड़ा मार्किट बनने के लिए तैयार है। भारत में यह बाजार अगले चार वर्षों में 28.6% की सीएजीआर से बढ़ने की पूरी उम्मीद है। अनुमान के अनुसार इससे $2.9 बिलियन का राजस्व प्राप्त होगा।
OTT Platforms in India कौन से है? Which are the OTT Platforms in India?
Amazon Prime | Eros Now |
Netflix | Arre |
Disney+Hotstar | Jio Cinema |
Voot | Hungama Play |
Sony Liv | Viu |
Zee5 | dittoTV |
Alt Balaji | VuClip |
Mx player | BigFlix |
अंत में
हमनें इस लेख के माध्यम से आपको “OTT Platform किसे कहते है? OTT Full Form in Hindi” के बारें में सम्पूर्ण जानकारी देने प्रयास किया गया है, हमे पूरी उम्मीद है यह जानकारी आपके लिये काफी उपयोगी साबित होगी।
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