ब्लूटूथ क्या है? Know 7 Most Useful Bluetooth in Hindi

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Define Bluetooth in Hindi

क्या आपने अपने कंप्यूटर और उससे जुड़े बाह्य उपकरणों को आधा दर्जन से अधिक तारों से घिरा हुआ पाया है, या कभी अपने डिजिटल टेलीविजन और डीवीडी प्लेयर को टेलीफोन एक्सटेंशन से जोड़ा हैं, तो आपको निश्चित पता होगा की इसमें केबलों का कितना जाल बिछाना पड़ता है। लेकिन क्या इन सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को एक साथ कनेक्ट करने का कोई आसान तरीका है वो भी बिना किसी तार को इस्तेमाल किये? 

इसका उत्तर है Bluetooth! यह सेलफोन, प्रिंटर, पीसी, डिजिटल कैमरा और अन्य गैजेट्स को वायरलेस (रेडियो तरंग) तकनीक का उपयोग करके अपेक्षाकृत कम दूरी पर एक साथ लिंक करने का सबसे आसान तरीका है। Bluetooth जिसे आपने अपने स्मार्टफोन, टैबलेट, मैक या पीसी लैपटॉप पर अवश्य देखा होगा। लेकिन Bluetooth क्या है, ब्लूटूथ कैसे काम करता है? और क्या यह Wi-Fi के ही समान है?

Bluetooth का नाम 10 वी शताब्दी के एक जिज्ञासु डेनिश राजा Harald Bluetooth के नाम पर रखा गया है, जिसने स्कैंडिनेवियाई लोगों को एकजुट किया था। लेकिन क्या Bluetooth इलेक्ट्रॉनिक दुनिया को उसी तरह एकजुट करेगा? आओ हम इसे नज़दीक से समझते है।

Bluetooth Devices का उपयोग आज वायरलेस हेडफ़ोन से मोबाइल फोन, लैपटॉप और वायरलेस कंप्यूटर के माउस को वायरलेस कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए किया जाता है, खासकर जिन्हें कम-दूरी की कनेक्टिविटी की आवश्यकता होती है। 

Bluetooth Technology का विकास और विस्तार M2M Communication और IoT की Mesh Connectivity के अनुप्रयोगों तक ही नहीं बल्कि यह निश्चित शॉर्ट-रेंज ऑडियो स्ट्रीमिंग को भी बेहतर लचीलापन, बहुत तेज गति और कहीं अधिक क्षमता प्रदान करती है। 

ब्लूटूथ क्या है हिंदी में? What is Bluetooth in Hindi?

ब्लूटूथ क्या है चलिए इसे जानते है, Bluetooth Technology एक उच्च गति वाली व् कम शक्ति वाली वायरलेस तकनीक लिंक है। ब्लूटूथ का उपयोग फोन या अन्य पोर्टेबल उपकरणों को एक साथ जोड़ने के लिए किया जाता है। यह तारों के बिना कम दूरी पर फोन, कंप्यूटर और अन्य नेटवर्क उपकरणों को जोड़ने के लिए कम-शक्ति वाले रेडियो संचार के उपयोग के लिए एक विनिर्देश (IEEE 802.15.1) है। Bluetooth के साथ वायरलेस सिग्नल कम दूरी को कवर करते हैं, आमतौर पर 30 फीट (10 मीटर) तक।

यह उपकरणों में पहले से एम्बेडेड व् कम लागत वाले ट्रांसीवर द्वारा प्राप्त किया जाता है। यह 2.45GHz के Frequency band को सपोर्ट करता है और तीन वॉयस चैनलों के साथ 721KBps तक को सपोर्ट कर सकता है। इस Frequency band को औद्योगिक, वैज्ञानिक और चिकित्सा उपकरणों (ISM) .rd-1.0 के उपयोग के लिए अंतर्राष्ट्रीय समझौते द्वारा अलग रखा गया है। 

Bluetooth एक साथ “Eight Devices” तक कनेक्ट कर सकता है और IEEE 802 स्टैण्डर्ड के अनुसार प्रत्येक डिवाइस को एक यूनिक 48-bit address प्रदान किया जाता है जिसमें कनेक्शन को Point to Point या Multipoint बनाया जाता है।

ब्लूटूथ लो एनर्जी क्या है? What is BLE Bluetooth in Hindi?

BLE Bluetooth यानिकि ब्लूटूथ लो एनर्जी एक वायरलेस, लो-पावर पर्सनल एरिया नेटवर्क है जो 2.4 गीगाहर्ट्ज ISM Band में संचालित होता है। इसका लक्ष्य अपेक्षाकृत कम दूरी पर उपकरणों को जोड़ना है। BLE को IoT अनुप्रयोगों को ध्यान में रखकर बनाया गया था, जिसका इसके डिजाइन पर विशेष प्रभाव पड़ता है। 

उदाहरण के लिए, जैसे IoT डिवाइस जो काफी कन्स्ट्रैनेड होते हैं और उन्हें एक्ट्रा बैटरी के उपयोग की आवश्यकता होती है, ऐसी स्थिति में BLE Bluetooth कम बिजली की खपत पर निरंतर डेटा ट्रांसफर करने में सक्षम है। दूसरे शब्दों में कहें: जब यह उपयोग में नहीं होता है, तो उस स्थिति में ऊर्जा बचाने के लिए यह स्लीप मोड में चला जाता है।

ब्लूटूथ का इतिहास क्या है? What is the History of Bluetooth in Hindi?  

ब्लूटूथ का इतिहास नार्वे और डेनमार्क से जुड़ा हुआ है, Bluetooth Wireless Technology को डेनिश वाइकिंग और किंग हेराल्ड ब्लैटैंड के नाम पर रखा गया था; जिनके अंतिम नाम का अर्थ अंग्रेजी में “Bluetooth” है। उन्हें डेनमार्क और नॉर्वे को एकजुट करने का श्रेय दिया जाता है, ठीक वैसे ही Bluetooth Wireless Technology दो अलग-अलग उपकरणों को एक साथ कनेक्ट करने का काम करती है।

Bluetooth Technology का विकास 1994 में Ericsson Mobile Communications द्वारा मोबाइल फोन और अन्य उपकरणों के बीच Communication के लिए केबल के उपयोग का विकल्प खोजने के लिए Develop किया गया था। इसके बाद 1998 में,  Ericsson, IBM, Nokia और Toshiba कंपनियों ने Bluetooth Special Interest Group (SIG) का गठन किया, जिसने 1999 में अपना पहला संस्करण प्रकाशित किया।

पहला संस्करण 1.2 स्टैण्डर्ड पर आधारित था जिसमें 1 Mbps की data-speed थी। दूसरा संस्करण 2.0+EDR था जिसमें 3Mbps की data-speed थी। तीसरा संस्करण 24 Mbps की data-speed के साथ 3.0+HS था। आज इसका सबसे नवीनतम संस्करण 4.0 है।

ब्लूटूथ कैसे काम करता है? How Bluetooth Works?

ब्लूटूथ कैसे काम करता है? इसे जानते है Bluetooth Network में एक पर्सनल एरिया नेटवर्क या एक Piconet होता है जिसमें कम से कम 2 और अधिक से अधिक 8 Bluetooth Peer Device होते हैं- जिसमे आमतौर पर एक Master Device और बाकि Slave Device होते है। Master Device वह उपकरण होता है जो अन्य उपकरणों के साथ Communicate करता है। मास्टर डिवाइस कम्युनिकेशन लिंक और उससे जुड़े Slave Devices के बीच ट्रांसमिशन को नियंत्रित करता है। 

Slave Device वह उपकरण होते है जो Master Device के अनुसार प्रतिक्रिया करते है, जो इस प्रकार से सिंक्रनाइज़ किये जाते है कि वे Master Device के साथ डाटा के ट्रांसमिशन/रिसीव के सामंजस्य को स्थापित कर सकें। यहाँ Master Device यह तय करता है कि Slave Device कब ट्रांसमिट करेगा। Master Device द्वारा सभी Slave Devices को Transmitting Time Slot दिया जाता है, जिसे पूरी तरह से Master Device द्वारा संचालित किया जाता है।

ब्लूटूथ क्या है?

Master Device के Bluetooth Device Address (BD_ADDR) के द्वारा Frequency Hopping Sequence को डिफाइन किया जाता है। मास्टर डिवाइस सबसे पहले एक रेडियो सिग्नल भेजता है जो एड्रेस की सीमा के भीतर एक Particular Slave Device से उसकी प्रतिक्रिया मांगता है। तब Slave Device अपनी Hopping Frequency को सिंक्रनाइज़ करते हुऐ तय समय के भीतर मास्टर डिवाइस को अपनी प्रतिक्रिया देता हैं।

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इसी प्रोसेस में Scatternets तब बनने लगते हैं जब कोई Device एक से अधिक Piconet का Active Member बन जाता है। और यह अनिवार्य रूप से तभी होता है, जब कोई Adjoining Device अलग-अलग Piconet के बीच अपने Time Slot को Share करता है।

Bluetooth की रेंज कितनी होती है?

ब्लूटूथ की रेंज कितनी होती है यह उसके वर्ग पर निर्भर करती है और इसीलिए Bluetooth उसकी क्षमता के आधार पर तीन मुख्य वर्ग में बाटा गया हैं:

Class 1: यह 100 मेगावाट की क्षमता के साथ 100 मीटर की सीमा तह डेटा को ट्रांसमिट कर सकता है।

Class 2: अधिकांश Bluetooth Headset और Headphone हेडफ़ोन 2.5 mW पर 10 मीटर की सीमा तक डेटा को ट्रांसमिट कर सकते हैं।

Class 3: 1 mW के साथ के साथ यह 10 मीटर से कम की सीमा पर ट्रांसमिट कर सकता है।

ब्लूटूथ आर्किटेक्चर क्या है? What is Bluetooth Architecture?

Bluetooth Architecture मुख्य रूप से दो प्रकार के नेटवर्क जैसे Piconet और Scatternet का उपयोग करता है, जिन्हें एक-एक करके समझते है।

  • Piconet Network 

पिकोनेट एक प्रकार का वायरलेस नेटवर्क है जिसमें एक मुख्य नोड जिसे Master Node तथा Seven Energetic Secondary Nodes जिन्हें Slave Nodes कहाँ जाता है, शामिल होते हैं। इसलिए कह सकते हैं कि कुल Eight Active Nodes होते है जो पूरी तरह से 10 मीटर की दूरी पर व्यवस्थित होते हैं। इनमें दो नोड्स के बीच मैसेज का ट्रांसमिशन केवल One to One या One to Many पर आधारित होता है।

लेकिन कम्युनिकेशन केवल Master और Slave Nodes के बीच ही संभव हो सकता है, यहाँ Slave to Slave के बिच किसी भी प्रकार का कम्युनिकेशन संभव नहीं हो सकता। इसमें अतिरिक्त 255 Park किए गए नोड्स भी शामिल होते हैं जिन्हें भी सेकेंडरी नोड्स के रूप में ही जाना जाता है। ये अतिरिक्त नोड्स तब तक कम्यूनिकेट नहीं कर सकते जब तक कि इन्हें Activate नहीं किया जाता हैं।

  • Scatternet Network 

स्कैटरनेट नेटवर्क का निर्माण विभिन्न पिकोनेट के माध्यम से किया जा सकता है। एक पिकोनेट पर, एक Slave Node मौजूद होता है जिसे अपने पिकोनेट के भीतर मौजूद Master Node से एक संदेश मिलता है जिसे वह दूसरे पिकोनेट में अपने समकक्ष Slave Node की ओर उस संदेश को प्रसारित करता है, जहाँ से वह उस पिकोनेट के Master Node तक पहुँचता है। इस तरह के Node को Bridge-Node कहा जाता है। यहाँ दो पिकोनेट के बिच में किसी भी प्रकार का कोई स्टेशन मास्टर नहीं होता।

ब्लूटूथ कितने प्रकार के होते है? Types of Bluetooth in Hindi  

Bluetooth विशेष रूप से तकनीक तारों और केबलों की आवश्यकता को समाप्त करती है। वर्तमान में, इस तकनीक ने Bluetooth-Enabled Devices को बड़ी तेजी से विकसित किया है। ब्लूटूथ कितने प्रकार की होती है, जिसका हम कई भागों में वर्गीकरण कर सकते है। 

  • Headsets

आज सबसे अधिक उपयोग किये जाने वाला डिवाइस Bluetooth Headset है। जो किसी भी वयक्ति को बिना अपने हाथों का उपयोग किए मोबाइल फोन के माध्यम से कॉल को रिसीव करने की अनुमति देता है। ये हेडसेट वॉयस रिकग्निशन के साथ तैयार किए गए हैं, इस प्रकार कोई भी मोबाइल हैंडसेट का उपयोग किए बिना डायल और बात कर सकता है।

ब्लूटूथ क्या है?
  • Stereo Headset

स्टीरियो हेडसेट का कार्य तारों का उपयोग किए बिना सामान्य हेडसेट के समान होता है। स्टीरियो हेडसेट का कनेक्शन किसी भी Bluetooth-Enabled Device जैसे म्यूजिक प्लेयर से किया जा सकता है। यह उपयोगकर्ता को म्यूजिक प्लेयर डिवाइस की एक छोटी सी रेंज में संगीत को सुनने की अनुमति देता है। यह हेडसेट मोबाइल फोन को भी सपोर्ट करता है।

  • Bluetooth System In-Car

In-Car Bluetooth System मोबाइल फोन को आपके वाहन के साउंड सिस्टम से जोड़ता है। जहाँ आप मोबाइल डिवाइस का उपयोग किए बिना स्पीकर सिस्टम के माध्यम से फोन कॉल को डायल और रिसीव कर सकते हैं।

  • Printer

Bluetooth Enabled Printer किसी भी डिवाइस से Image और Text Document जैसी फाइलें प्राप्त कर सकता है जो PDF या लैपटॉप जैसे Bluetooth से कनेक्ट है और यह बिना वायर का उपयोग किए डेटा को प्रिंट कर सकता है। इसके लिए प्रिंटर को Bluetooth Device से कनेक्ट होना चाहिए।

  • Webcam

Bluetooth द्वारा सक्षम एक वेब कैमरा मुख्य रूप से वायर की आवश्यकता के बिना एक सामान्य वेब कैमरा के रूप में काम करता है। वायरलेस की क्षमताएं पारंपरिक वेबकैम के विपरीत, डिवाइस में गतिशीलता को बढ़ाती हैं।

  • GPS Device

एक Bluetooth Enabled GPS Device सामान्य GPS की तुलना में एक ज्यादा उपयोगी उपकरण है क्योंकि यह आपको डिवाइस के माध्यम से आवाज के साथ बातचीत करने की अनुमति देता है। एक बार जब डिवाइस को आवाज के माध्यम से कम्यूनिकेट किया जाता है तो वह डिवाइस एड्रेस को सर्च करने के साथ वॉयस कमांड का उपयोग करके डिस्प्ले पर दिशा-निर्देश भी प्रदर्शित करता है।

  • Keyboard

एक Bluetooth Enabled Keyboard डिवाइस को पीसी से कनेक्ट करने के लिए वायर का उपयोग किए बिना मुख्य रूप से सामान्य कीबोर्ड की तरह काम करता है। यह कीबोर्ड विशेष स्मार्टफोन उपकरणों के माध्यम से भी कार्य कर सकता है।

ब्लूटूथ संस्करण और उनकी विशेषताएं – Bluetooth Versions & Its Specifications

ब्लूटूथ के विभिन्न संस्करणों के साथ-साथ उनके विनिर्देशों में मुख्य रूप से निम्नलिखित शामिल हैं।

For v1.0 to v1.08 Version: Compulsory Bluetooth hardware device & address

For  v1.1 Version: IEEE standard 802.15.1-2002

For v1.2 Version: Quicker connection

For v2.0+EDR Version: Enhanced data rate

For v2.1 Version: Safe simple pairing

For v3.0 Version: High-speed data transfer

For v4.0 Version: Low energy utilization used in apple I – phone 4s

ब्लूटूथ कितना सुरक्षित है? How Secure Bluetooth Is?

जब हम सुरक्षा उपायों की बात करते हैं तो इस Bluetooth तकनीक को वायरलेस तकनीक के सामान ही सुरक्षित माना जाता है। किसी भी Easy Attack को रोकने के लिए Bluetooth Enabled Device कनेक्टेड होने पर अक्सर रेडियो फ्रीक्वेंसी को स्थानांतरित करते हैं। ये डिवाइस किसी भी उपयोगकर्ता को Bluetooth Connection की सीमा को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न प्रकार की सेटिंग्स की सुविधा प्रदान करते हैं। जहाँ सुरक्षा की भावना का प्रश्न है तो यह डिवाइस कनेक्शन को केवल कनेक्टेड विशिष्ट डिवाइस तक ही सीमित करता है।

इसके साथ ही आप Bluetooth Settings का उपयोग करके, आप Bluetooth Connection के दौरान अपने डिवाइस पर कनेक्ट होने वाली सभी प्रकार की गतिविधियों को भी सीमित कर सकते हैं। किसी भी वायरलेस तकनीक में, हमेशा कुछ सुरक्षा जोखिम तो शामिल होते ही हैं। अक्सर हैकर्स इन्हीं का लाभ उठाते हैं।

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उदाहरण के लिए, Bluesnarfing जो एक हैकर को Bluetooth के माध्यम से आपके डिवाइस पर उपलब्ध डेटा तक पहुंचने का मार्ग प्रशस्त करता है; “Blue Bugging” जिसके द्वारा एक हैकर आपके मोबाइल और उसके सभी फंक्शन को कंट्रोल कर लेता है।

ब्लूटूथ और वाई-फाई में क्या अंतर है? What is difference between Bluetooth and Wi-Fi?

Bluetooth और Wi-Fi दोनों का उपयोग रेडियो सिग्नल के माध्यम से वायरलेस संचार को प्रदान करने के लिए किया जाता है। Bluetooth और Wi-Fi के बीच सबसे बड़ा अंतर यह है कि, Bluetooth वास्तव में जानकारी को साझा करने के लिए छोटी दूरी के उपकरणों को जोड़ने का काम करता है, जबकि इसके विपरीत Wi-Fi का उपयोग हाई-स्पीड वेब एक्सेस या इंटरनेट को प्रदान करने के लिए किया जाता है।

आइए Bluetooth और Wi-Fi के बीच अंतर को देखें:  

s.n Bluetooth Wi-Fi
1. Bluetooth की कोई Full Form नहीं है Wi-Fi की फुल फॉर्म Wireless Fidelity  है
2. Bluetooth को कनेक्टिविटी के लिए Bluetooth Adapter की आवश्यकता होती है  Wi-Fi को कनेक्टिविटी के लिए सभी डिवाइसों पर वायरलेस एडेप्टर और वायरलेस राउटर की आवश्यकता होती है
3. Bluetooth कम पॉवर का उपयोग करता है  Wi-Fi अधिक पॉवर का उपयोग करता है 
4. Bluetooth वाई-फाई की तुलना में कम सुरक्षित है  वाई-फाई, Bluetooth की तुलना में अधिक सुरक्षित है 
5. Bluetooth कम फ्लेक्सिबल है यह केवल लिमिटेड यूजर्स को ही सपोर्ट कर सकता है वाई-फाई, Bluetooth की तुलना में अधिक यूजर्स को सपोर्ट कर सकता है
6. Bluetooth के Radio Signal की रेंज केवल 10 मीटर होती है  Wi-Fi के रेडियो सिग्नल की रेंज 100 मीटर तक होती है 
7. Bluetooth को कम Bandwidth की आवश्यकता होती है  Wi-Fi को अधिक Bandwidth की आवश्यकता होती है 

ब्लूटूथ के फायदे और नुकसान क्या है? Advantages and disadvantages of Bluetooth

Bluetooth के कुछ महत्वपूर्ण फायदे नीचे दिए गए हैं,

  • यह अन्य वायरलेस उपकरणों के हस्तक्षेप को रोकता है।
  • इसमें बिजली की खपत कम होती है।
  • इसे आसानी से अपग्रेड किया जा सकता है।
  • इसकी रेंज इन्फ्रारेड कम्युनिकेशन से बेहतर है।
  • Bluetooth का उपयोग आवाज और डेटा ट्रांसफर के लिए किया जाता है।
  • Bluetooth Device बहुत सस्ती कीमत पर उपलब्ध हैं।
  • इसलिए दृष्टि की कोई भी रेखा किसी भी बाधा से नहीं जुड़ सकती है।
  • यदि कोई डिवाइस Bluetooth के साथ कनेक्टेड है तो वह Free to Use होता है।
  • Bluetooth Technology का उपयोग कई उत्पादों जैसे हेड सेट, कार सिस्टम, प्रिंटर, वेब कैम, जीपीएस सिस्टम, कीबोर्ड और माउस में किया जाता है। 

ब्लूटूथ के कुछ महत्वपूर्ण नुकसान नीचे दिए गए हैं,

  • यह कुछ स्थितियों में कनेक्शन खो सकता है।
  • इसमें वाई-फाई की तुलना में कम बैंडविड्थ होता है।
  • यह उपकरणों के बीच केवल कम दूरी के संचार की अनुमति देता है।
  • सुरक्षा एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू है क्योंकि इसे हैक किया जा सकता है।

अंत में  

इस लेख के माध्यम से हमने आपको “ब्लूटूथ क्या है? यह कितने प्रकार की होती है?” के बारे में पूरी जानकारी देने का प्रयास किया है, हमें पूरी उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगी। अगर कोई सुझाव है तो आप कमेंट बॉक्स के जरिए हम तक पहुंच सकते हैं। आप इस जानकारी को अपने दोस्तों और सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। धन्यवाद!

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