On Page SEO techniques क्या है? जाने 11 तरीके Google Experts से!

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On Page SEO techniques

On Page SEO techniques क्या है? यदि आपके पास कोई ब्लॉग या अपने ऑनलाइन व्यवसाय के लिए एक वेबसाइट है, तो आप निश्चित रूप से एसईओ या सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन से सम्बंधित बातें जानते और समझते होंगे। और शायद इसके लिए आपने कोई SEO Expert भी Hire किया हो। लेकिन क्या आप वास्तव में SEO क्या है इसको समझते हैं, और इसके दो तकनीक Off Page और On Page SEO techniques क्या हैं?  

ज्यादातर लोग यह सोचते हैं कि किसी वेबसाइट का On Page Search Engine Optimization केवल कुछ Keywords को किसी Article में इधर-उधर पोस्ट करना है और बस काम हो गया। लेकिन ऐसा नहीं है हालांकि Keywords का प्लेसमेंट अपनी जगह है लेकिन इसके अलावा भी बहुत कुछ मायने रखता है, जो की बहुत महत्वपूर्ण है।

On Page SEO techniques क्या है यकीनन यह SEO का सबसे आसान हिस्सा है। लेकिन यह तभी संभव है, जब आपका SEO techniques पर पूर्ण नियंत्रण हो और इसके लिए अधिक तकनीकी कौशल की आवश्यकता भी नहीं है। यदि आप कोई प्रभावी पोस्ट लिखना चाहते और कुछ शोध करने के इच्छुक हैं, तो यकीन मानिए आप इसे बड़ी कुशलता से कर सकते हैं।

Google अपने Search Algorithm को बार-बार बदलता रहता है, ताकि उसे और बेहतर बनाया जा सके। 2020 में, Google ने 600,000 से अधिक प्रयोग किये थे और अपने Algorithm को 4,500 से अधिक बार अपडेट किया। आज Google अपने Search Engine को सबसे Smart Search Engine बनाने के मिशन पर है, और वे बहुत अच्छा काम कर भी रहे हैं।

Google को अभी भी New Content को समझने में अपडेशन की आवश्यकता है। और यहीं पर On Page Search Engine Optimization की शुरुवात होती है। On Page SEO techniques क्या है, इसे समझना यानिकि Google को आपकी वेबसाइट को और बेहतर ढंग से समझने में मदद करना है और जिससे आपकी रैंकिंग में सुधार होता है, और आपकी वेबसाइट पर अधिक Organic Traffic आता है।

इस स्टेप-बाई-स्टेप On Page SEO Guide में, आपको सबसे महत्वपूर्ण Page-Specific Optimization तकनीकों को बताने का प्रयास करेंगे जिन्हें आप अपनी वेबसाइट पर लागू करके अपने Content का SEO Optimization बड़ी ही आसानी से कर सकेंगे।

ऑन-पेज एसईओ तकनीक क्या है हिंदी में? What is On-Page SEO techniques in Hindi?  

On Page SEO techniques क्या है जिसे On Site SEO भी कहते है। ऑन पेज एसईओ तकनीक किसी भी प्रकार के ऑप्टिमाइजेशन को दर्शाता है जिसे आप नियंत्रित कर सकते हैं और इसमें आपकी वेबसाइट भी शामिल हैं। On Page SEO techniques के साथ, आप Google, Bing और अन्य Search Engines पर दिखाई देने वाले Search Results में अपनी Ranking या Visibility में सुधार कर सकते है और अपनी वेबसाइट को Users के लिए अधिक उपयोगी और मूल्यवान बना सकते हैं।

On Page SEO techniques उच्च रैंक और Search Engine में अधिक Relevant Traffic को अर्जित करने के लिए अलग-अलग वेब पेजों को Optimize करने का अभ्यास है। ऑन पेज एक किसी भी पोस्ट के Content और Html Source Code दोनों को दर्शाता है जिसे Optimize किया जा सकता है, यह Off Page SEO के एकदम विपरीत है जो केवल Links और अन्य External Signals को दर्शाता है।

On Page SEO क्यों करना चाहिए?

On Page SEO technique क्या है और इसे क्यों करना चाहिए, ऑन पेज एसईओ तकनीक जहाँ आपको हाई सर्च रैंकिंग, वेबसाइट पर ट्रैफ़िक को बढ़ाना और साथ ही सबसे महत्वपूर्ण आपकी वेबसाइट पर Conversion Rate को बढ़ा देता है। On Page SEO techniques के परिणामों के आने में समय तो लगता है, लेकिन एक बार जब आपकी On Page SEO technique जमीन पर उतर जाती है, तो वह आपकी ऑनलाइन रैंकिंग और Site Conversion को बहुत ऊंचा कर देती है।

ऑन-पेज एसईओ के फैक्टर्स क्या है? What is On Page SEO Factors in Hindi?

On Page SEO Factors क्या है इसमें कई अलग-अलग Ranking Factors होते हैं। आपको इन सभी Factors को ऑप्टिमाइज़ करना होता हैं। इनमें से प्रत्येक Factor को ऑप्टिमाइज़ करने से Search Results में आपकी रैंकिंग में काफी सुधार होगा और बड़ी बात आपकी Competitor वेबसाइट को आपको हरा पाना मुश्किल हो जाएगा।

आपको जिन On Page SEO Factors पर ध्यान देना है उनमें शामिल हैं:

  1. URL
  2. Title tag
  3. Meta description
  4. Heading tags
  5. Image Alt tags
  6. Keyword Frequency
  7. Unique Content
  8. Loading Speed
  9. Inbound and Outbound linking
  10. Images
  11. Mobile-friendliness

ऑन पेज एसईओ तकनीक के उदाहरण क्या है? Examples of On Page SEO techniques. 

On Page SEO Examples के लिए आप निम्नलिखित बिंदुओं को शामिल कर सकते है: 

  1. अपने Title Tag और Meta Description को ऑप्टिमाइज़ करना
  2. Valuable और High Quality Content को लिखना
  3. वेबसाइट से अतरिक्त कोड को क्लीन करना
  4. वेबसाइट के नेविगेशन को सुव्यवस्थित करना
  5. वेबसाइट की लोडिंग स्पीड को बढ़ाना 

ऑन पेज एसईओ कैसे करें? How to do On-Page SEO? 

On Page SEO कैसे करें, अभी तक हम यह जान चुके हैं कि वह कौन-कौन से ऐसे Factors है जो वेबसाइट के On Page SEO techniques को प्रभावित करते हैं, तो अब हम उन सभी को कैसे ऑप्टिमाइज़ करें यह जानते हैं। लेकिन यहाँ आपको यह बात दिमाग में रखनी चाहिए की वेबसाइट को ऑप्टिमाइज़ होने में समय लगता है, तभी इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलते है। अगर इन सभी On Page SEO Factors को सही से प्रयोग करते है तो आपकी वेबसाइट Google Algorithm के होने वाले अपडेट को आसानी से सहन कर सकेगी।

  • URL 

आपके वेबपेज का URL आपकी पोस्ट का एक Address है इसलिए आपकी पोस्ट का URL पाठकों और सर्च इंजन दोनों के लिए उसे समझना आसान होना चाहिए। 

SEO ऑप्टिमाइज़ URL लिखने के तरीके:

  1. अतिरिक्त और अनावश्यक शब्दों को URL में ना डाले
  2. URL को लम्बा नहीं बनाना चाहिए 
  3. URL में केवल एक या दो कीवर्ड का प्रयोग करें

यदि संभव हो तो HTTPS का उपयोग करें, क्योंकि Google अब इसे एक सकारात्मक रैंकिंग फैक्टर के रूप में उपयोग करता है।

  • Title Tag 

आपके वेबपेज का Title स्पष्ट होना चाहिए ताकि Google को यह जानने में आसानी हो की आपका पेज किस बारे में है, और वह आपकी वेबसाइट को सर्च इंजन रिजल्ट पेज (SERPs) में दिखा सके। प्रत्येक पृष्ठ (<title>, </title>) के Title Tag में Specific Keyword का प्रयोग करने से Search Engine Crawler के लिए आपकी वेबसाइट को समझना आसान हो जाता है।

उदाहरण के लिए, यदि आप एक Keyword “Digital Marketing Techniques” को Target कर रहे हैं, तो आप इसे इस प्रकार बना सकते हैं: “Top 10 Secret Digital Marketing Techniques used by Experts”। कोशिश करे की अपने Title Tag को 55 Characters तक सीमित रखें करें ताकि Google इसे सर्च रिजल्ट्स में काट न सके और अपने टारगेट कीवर्ड का शुरुवात में हो प्रयोग करे, इससे आपको अच्छे परिणाम मिलेंगे। 

  • Meta Description 

मेटा डिस्क्रिप्शन On Page SEO क्या है इसका एक महत्वपूर्ण फैक्टर हैं – विशेष रूप से आपके पेज टाइटल के लिए। प्रत्येक वेबपेज का टाइटल टैग होता है जो Search Results में Title के रूप में दिखाई देता है। Meta Description उस वेबपेज का एक संक्षिप्त सारांश होता है जो Search Results में Title के निचे दिखाई देता है। यह Search Engine और Users को उस वेबपेज Content को समझने में मदद करता हैं।

On Page SEO Analysis के लिए Meta Description को लिखने का तरीका:

  1. अपने Specific Keyword को मेटा डिस्क्रिप्शन में शामिल करें। इससे जब भी कोई उस कीवर्ड को खोजेगा, तो Google उसे Search Result में बोल्ड कर देगा।
  2. मेटा डिस्क्रिप्शन में 150 Characters को ही रखें।
  3. आपका मेटा डिस्क्रिप्शन आपके वेबपेज का सटीक वर्णन लगना चाहिए। इसे आप एक विज्ञापन की तरह समझें, ताकि इसमें लिखे शब्दों को देखकर लोग उस पर क्लिक करने के लिए मजबूर हों जाये।
  • Heading Tag 

Heading Tag आपके कंटेंट को H2s, H3s और H4s के साथ विभाजित करते हैं ताकि कंटेंट की Readability में सुधार हो सके।

जब हम हैडिंग टैग की बात करते है, तो इसका उपयोग Search Engine और Users के लिए किया जाता हैं। आप हैडिंग टैग का उपयोग करके कंटेंट को इसप्रकार से विभाजित करें Users के लिए वह अधिक Readable लगे। आप सर्च इंजन को अपने वेबपेज को समझने के लिए संबंधित कीवर्ड  उपयोग कर सकते हैं।

उदाहरण के लिए, यदि आप डिजिटल मार्केटिंग के बारे में लिख रहे है तो अपनी पोस्ट में निम्नलिखित हेडिंग्स का उपयोग कर सकते है:

  1. डिजिटल मार्केटिंग क्या है?
  2. डिजिटल मार्केटिंग कितने प्रकार की होती है?
  3. डिजिटल मार्केटिंग के बेस्ट इंस्टीटूट कौन से है?

अपने हेडिंग टैग H1 में अपने मुख्य कीवर्ड को जरूर टारगेट करें।

  • Image Alt Tag 

On Page SEO क्या है इसमें Alt Tag मल्टीमीडिया एक महत्वपूर्ण कारक है क्योकि यह इमेज और वीडियो के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। सर्च इंजन किसी भी मल्टीमीडिया फाइल को नहीं देख सकता, इसलिए सर्च इंजन मल्टीमीडिया को जानने के लिए Alt Tag पर ही निर्भर करते हैं।

उदाहरण के लिए, यदि आपके पास एक मोबाइल फ़ोन की तस्वीर है, तो आप अपना Alt Tag “32 GB RAM Mobile Phone” बना सकते है। लेकिन यदि आप इमेजेज फ़ाइलों में कोई ओर शब्द जोड़ते हैं तो उस स्थिति में Google आपके मल्टीमीडिया फाइल को समझ नहीं पायेगा।

On Page SEO techniques

इसलिए मल्टीमीडिया फाइल में Alt Tag को हमेशा शामिल करें। Alt Tag का उपयोग करने से आपका कंटेंट आपकी वेबसाइट को क्रॉल करना सर्च इंजन के लिए आसान हो जाता है।

  • Keyword Frequency

Keyword Frequency इसका अर्थ तो आप समझ ही गये होंगे, यानिकि आपके कंटेंट में आपका Keyword कितनी बार आयेगा।

वैसे Google आपको कभी नहीं बतायेगा कि एक कीवर्ड कितनी बार प्रयोग करना अच्छा होता है। लेकिन अनुभवी SEO Experts के अनुसार Keyword Frequency निश्चित रूप से काम करती है।

इसे इस तरह से समझते है:

यदि आप किसी कंटेंट में कोई कीवर्ड का प्रयोग करते है, जिसे Google क्रॉल करता है लेकिन वह विशिष्ट कीवर्ड उसे केवल उस पेज पर केवल एक बार दिखाई देता है। उस स्थिति में Google क्रॉलर उस पेज को ज्यादा विश्वसनीय नहीं मानेगा।

लेकिन दूसरी ओर, यदि उस पेज पर कीवर्ड का प्रयोग 10 बार होता है, तो Google उस पेज के विषय में अधिक आश्वस्त हो जाता है।

लेकिन इसका अर्थ यह बिलकुल नहीं है की आप अपने आर्टिकल में कीवर्ड स्टफिंग करे, जो नकारत्मक प्रभाव दे सकता है। Google को यह विश्वास दिलाने के लिए कि आपका कंटेंट रेलेवेंट है, इसलिए अपने टार्गेटेड कीवर्ड का प्रयोग कुछ बार ही करें।

उदाहरण के लिए, यदि कोई पोस्ट “Search Engine Optimization” कीवर्ड के लिए Google में टॉप 3 में रैंक कर रही है। तो आपको क्या लगता है उस 2,800 शब्द की पोस्ट में “Search Engine Optimization” कीवर्ड को कितनी बार प्रयोग किया गया होगा है?

केवल 6 से 8 बार। इसलिए अपनी पोस्ट में किसी प्रकार की कीवर्ड स्टफ़िंग करने की कोई आवश्यकता नहीं है। जब तक आप अपने कीवर्ड का स्वाभाविक रूप से कई बार प्रयोग करते हैं, तो वह अच्छा माना जाता हैं।

  • Unique Content 

हाई वैल्यू कंटेंट On-Page Optimization के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है। क्योकि कंटेंट ही आपके Users को आपकी साइट पर आने का एक कारण प्रदान करते हैं।

चाहे उन्हें कोई ब्लॉग पोस्ट को पढ़ना हो या किसी प्रोडक्ट की जानकारी लेनी हो, लोग उसके कंटेंट को ही ब्राउज़ करते हैं। ऑप्टिमाइज़ कंटेंट जल्दी रैंक होता है, उससे आप Google के Featured Snippet में भी आ सकते है, और अधिक संख्या में लोग आपकी वेबसाइट तक पहुंचते है।

On Page SEO क्या है इसके लिए कंटेंट को लिखते समय निम्नलिखित बातो का ध्यान रखे:

  1. हैडिंग और पैराग्राफ में कीवर्ड का उपयोग करना
  2. अपने कंटेंट को हेडिंग्स में डिवाईड करना 
  3. कंटेंट से सम्बंधित इमेजेज को यूज़ करना 
  4. अपने कंटेंट को भरोसेमंद और आधिकारिक बनाना

इसके अलावा, आप अपनी साइट पर नियमित रूप से कंटेंट के नए पेज जोड़ते रहे ताकि सर्च इंजन आपकी ऑनलाइन सक्रियता को देख सके। अपनी साइट से डुप्लिकेट कंटेंट को खोजकर हटाये इससे आपके ऑन पेज एसईओ में सुधार होगा।

डुप्लिकेट कंटेंट आपकी वेबसाइट पर कई पेजों को ब्लॉक कर सकती है – इसके दो कारण है:

  1. Google को यह पता नहीं चलेगा कि किस पेज को रैंक करना है: जब कई पेजों में एक जैसी जानकारी होती है, तो सर्च इंजन को यह पता ही नहीं चलता कि किस पेज को सर्च रिजल्ट में रैंक करना है।
  2. डुप्लिकेट कंटेंट साइट विज़िटर को भी भ्रमित करता है: जब विज़िटर आपकी साइट पर डुप्लिकेट कंटेंट को देखता हैं, तो वह कुछ समझ ही नहीं पाता और यह आपके विजिटर को रोकने में साहयक नहीं होता है।

डुप्लिकेट कंटेंट ऑन पेज एसईओ के लिए खराब होता है, इसलिए अपनी साइट की नियमित रूप से जांच करके डुप्लिकेट कंटेंट को हटा दें।

  • Page Loading Speed

Google ने इस बात को अपने रिकार्डेड स्टेटमेंट में कहा है कि पेज लोडिंग स्पीड एक SEO रैंकिंग का संकेत है। इसलिए जितनी हो सके Third-Party-Script को अपनी कोडिंग से रिमूव करें।

  1. अपने पेज के कुल साइज को कम करे।
  2. इमेजेज को कंप्रेस करके यूज़ करें।
  • Inbound and Outbound linking

Internal और External Links आपके विजिटर को वेबसाइट को नेविगेट करने और अधिक रेलेवेंट जानकारी को प्राप्त करने में मदद करते है। लेकिन अभी भी, कुछ लोग अपनी वेबसाइट में Outbound Links को SEO के लिए गलत मानते है।

On Page SEO techniques

यह एक मिसकन्सेप्शन है। वास्तविकता यह है की अन्य वेबसाइटों से लिंक करने से आपके SEO को कोई नुकसान नहीं होता।

जबकि Outbound Link जिसे हम Off Page SEO Activity मानते हैं, लेकिन यह SEO के हिसाब से Users की मदद करते है उस जानकारी के स्रोत्र तक पहुंचने में। और Google Friendly Site के अनुसार सर्च इंजन लोगों को ‘सबसे Relevant, उपयोगी रिजल्ट खोजने’ में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

लेकिन इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है कि आपको इसके लिए कहीं भी और हर जगह लिंक करना चाहिए। अगर आपने अपने पोस्ट में कोई डाटा या जानकारी को यूज़ किया है तो उसकी प्रमाणिकता को बढ़ाने के लिए उसके सोर्स वेबसाइट को जरूर लिंक करें।

  • Images 

इमेज SEO के साथ-साथ Users के लिए भी मायने रखती हैं। आप इमेज के साथ अपने कंटेंट को Divide कर सकते हैं। जहाँ किसी जटिल प्रक्रिया को समझाना मुश्किल होता है वहाँ इमेज साहयक होती है।

अपनी साइट पर इमेज लगाते समय उन्हें कंप्रेस्ड जरूर करें। क्योकि बड़े साइज की इमेज आपके पेज की लोडिंग स्पीड को धीमा कर सकती है, जो आपकी रैंकिंग को प्रभावित कर सकता है।

  • Mobile Friendly Website 

आज इंटरनेट का 50% से अधिक ट्रैफ़िक मोबाइल उपकरणों से आता है। यदि स्मार्टफोन और टैबलेट पर लोग आपकी साइट तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, तो सर्च रिजल्ट में आपकी रैंकिंग नीचे चली जाएगी।

Google, Bing जैसे सर्च इंजन ऑन पेज एसईओ के लिए मोबाइल फ्रेंडली वेबसाइट को एक रैंकिंग फैक्टर मानते हैं। इसलिए यदि आपकी वेबसाइट मोबाइल यूजर के हिसाब से डिज़ाइन नहीं है, तो यह आपकी रैंकिंग के लिए एक नकारात्मक संकेत हैं।

ऑन पेज एसईओ चेकलिस्ट क्या है? What is On Page SEO Checklist in Hindi? 

ब्लॉग पोस्ट और वेबपेजों को Search Visibility को प्राप्त करने के लिए, On Page SEO Audit करने की आवश्यकता होती है जो हमे यह बताता है की हमे कौन से बिंदु पर ध्यान देने की जरुरत है। इस प्रक्रिया के लिए आपको अपनी एक On Page SEO Checklist बनानी होगी। जो आपको सर्च इंजन रिजल्ट्स में रैंक करने में मदद करेगी।

अपनी ऑन पेज SEO चेकलिस्ट में आप निम्नलिखित बिंदुओं को शामिल कर सकते है: 

  1. अपनी वेबसाइट को रेगुलर बेसिस पर क्रॉल करें।
  2. अपनी वेबसाइट का एक SEO ऑडिट करें और साइट के आर्किटेक्चर को सुधारे।
  3. URL, पेज टाइटल और मेटा डिस्क्रिप्शन को अपडेट करें।
  4. अपने कीवर्ड को URL में जरूर शामिल करें।
  5. अपने कीवर्ड को अपने वेबपेज में प्रयोग करें।
  6. अपने कंटेंट के लिए Search Words और Topics को ट्रैक करते रहें।
  7. Keyword Stuffing से बचें।
  8. अपने Targeted Visitors को Define करें।
  9. आवश्यकतानुसार अपने कंटेंट को अपडेट करें।
  10. इमेजेज को अपने कंटेंट में शामिल करें।
  11. Internal links को जोड़ें।
  12. External Links को जोड़ें।
  13. अपने Visitors को ट्रैक करें।

एक बार जब आप अपनी SEO Planning को अंतिम रूप दे देते हैं, तो सभी परिवर्तनों को अपनी वेबसाइट पर लागू करें। यह ध्यान रखें की इसे पूरा होने में समय लगेगा, क्योकि SEO कोई One Time Investment नहीं है। यह कुछ ऐसा है जिस पर आपको लगातार सुधार करते रहना होगा।

अंत में  

इस लेख के माध्यम से हमने आपको “On Page SEO techniques क्या है? जाने 11 तरीके Google Experts से!” पूरी जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया है। हमें पूरी उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगी। अगर आपका कोई सुझाव है तो आप कमेंट बॉक्स के जरिए हम तक पहुंच सकते हैं। आप इस जानकारी को अपने दोस्तों और सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। धन्यवाद! 

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