आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स इन इंडिया।

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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है इसे समझते है, कंप्यूटर या मशीनों का आविष्कार होने के बाद से ही विभिन्न कार्यों को करने के लिये उनकी क्षमता को तेजी से बढ़या जाता रहा है। इसी रूप में मनुष्य ने कम्प्यूटर की बढ़ती ताकत तथा उसके विविध क्षेत्रो में बढ़ती कार्यशीलता तथा समय के अनुसार कंप्यूटर के आकार को कम करके सिस्टम की शक्ति को विकसित किया है।

यहाँ पर हम कहे की कंप्यूटर के सन्दर्भ में अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, यानिकि एक डिजिटल कंप्यूटर या कंप्यूटर-नियंत्रित रोबोट की क्षमता जो अक्सर बुद्धिमान मनुष्यों से जुड़े हुऐ कार्यों को करने के लिए प्रयोग होती है। जैसे कि तर्क करने की क्षमता, उत्तर की खोज, सामान्यीकरण, या पिछले अनुभवो से सीखना आदि।

1940 के दशक में डिजिटल कंप्यूटर के विकास के बाद से, इस बात पर विशेष ध्यान दिया गया कि कंप्यूटर को बहुत ही जटिल कार्यों को करने के लिए भी प्रोग्राम किया जा सकता है – उदाहरण के लिए, Mathematical Theorems को हल करना या शतरंज खेलना।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या होता है

लकिन अभी तक, अगर हम कहें की What is Artificial Intelligence in Computer तो इसका जवाब है की कोई भी कंप्यूटर, प्रोसेसिंग स्पीड और मेमोरी कैपेसिटी में निरंतर प्रगति के बावजूद भी, अभी तक कोई भी ऐसा प्रोग्राम नहीं डेवेलप हुआ है जो व्यापक रूप से मानव के लचीलेपन से मेल खा सकता हो, खासकर कुछ ऐसे कार्यों में जहां बहुत अधिक ज्ञान की आवश्यकता होती है। लेकिन वही दूसरी ओर, कंप्यूटर ने कुछ विशिष्ट कार्यों को करने में मानव विशेषज्ञों और एक्पर्ट्स के प्रदर्शन के स्तर को प्राप्त किया है।

तो इसलिए यहाँ हम कह सकते है की What is Artificial Intelligence in Computer यानिकि मुख्यतः कंप्यूटर साइंस की वह शाखा है जो कंप्यूटर या मशीनों को इंसानों के सामान बुद्धिमान बनाने तथा उनकी कार्यशीलता के अनुसार कार्य करने की क्षमता को डेवेलोप करती है। 

यदि हम कृत्रिम बुद्धिमत्ता को समझे की अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, What is Artificial Intelligence in Hindi तो कहाँ जाएगा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता का अध्ययन इस बात से है की मानव का मस्तिष्क कैसे सोचता है, और वह किसी समस्या को हल कैसे करते हैं, निर्णय कैसे लेते हैं और काम कैसे करते हैं, ताकि इसी प्रारूप में सॉफ्टवेयर और सिस्टम को विकसित किया जा सके।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसआर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जनक “जॉन मैकार्थी” को कहाँ जाता है जिनके अनुसार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, जो इसे इसप्रकार से परिभाषित करते है की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन का निर्माण विशेष रूप से एक बुद्धिमान कंप्यूटर प्रोग्राम को बनाने का विज्ञान और इंजीनियरिंग है।

यानिकि Artificial Intelligence in Computer वास्तव में एक कंप्यूटर बनाने का वह विशेष तरीका है, जहाँ एक कंप्यूटर द्वारा नियंत्रित रोबोट, या एक ऐसा सॉफ्टवेयर जो इंसानी बुद्धिमानी से मेल खाता हो, उसी तरह से सोचता हो जैसे कोई बुद्धिमान मानव सोचता है। 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है?

What is Artificial Intelligence in Hindi?   

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, यह एक प्रकार से Digital Computer या Computer Controlled किसी रोबोट की वह क्षमता है, जो आमतौर पर बुद्धिमान प्राणियों से जुड़े हुऐ कार्यों को करने के लिए होती है। इस शब्द का प्रयोग अक्सर मनुष्यों की बौद्धिक प्रक्रियाओं की विशेषता वाली विकासशील प्रणालियों की परियोजना से सम्बंधित किया जाता है, उदहारण के तौर पर जैसे – कारण, खोज, सामान्यीकरण, या किसी पिछले अनुभव से सीखने की क्षमता।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस1940 के दशक में Digital Computer के विकास के साथ ही, इन संभावनाओं पर विचार किया जाने लगा था कि कंप्यूटरों को बहुत जटिल कार्यों को पूरा करने के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है – जैसे गणितीय प्रमेयों के लिए प्रमाणों की खोज करना या शतरंज खेलना। 

फिर भी, अभी तक Computer Processing Speed और स्मृति क्षमता में निरंतर प्रगति के बावजूद भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का कोई ऐसा प्रोग्राम डेवलॅप नहीं हुआ हैं जो व्यापक रूप से या अधिक रोजमर्रा के ज्ञान की आवश्यकता वाले कार्यों में मानव की तरह कार्य करने के लिये उसके मानसिक लचीलेपन से मेल खा सके। 

वही दूसरी ओर Artificial Intelligence Computer ने कुछ कार्यक्रमों में कुछ विशिष्ट कार्यों को करने के मानव विशेषज्ञों और पेशेवरों के प्रदर्शन के स्तर को प्राप्त किया है, जैसे की चिकित्सा, खोज इंजन और आवाज या लिखावट की पहचान करना है। जो हमे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है इसकी बुनियादी सोच को समझने में मदद करता है। 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम कैसे काम करता है  

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, इससे आगे बढ़ते हुए यह जानना की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम कैसे काम करता है? इसे जानने के लिए थोड़ा पीछे चलते है। एक दशक से भी कम समय में नाज़ी एन्क्रिप्शन मशीन “एनिग्मा” को तोड़ने और मित्र देशों की सेनाओं को द्वितीय विश्व युद्ध जीतने में मदद करने के बाद, गणितज्ञ एलन ट्यूरिंग ने एक सरल प्रश्न के साथ इतिहास को दूसरी बार बदल दिया: “क्या मशीनें सोच सकती हैं?”

ट्यूरिंग द्वारा 1950 में प्रकाशित पेपर “Computing Machinery and Intelligence” ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है इसके मूलभूत लक्ष्य और दृष्टि को स्थापित किया। इसके मूल में, AI कंप्यूटर विज्ञान की वह एक शाखा है जिसका मुख्य उद्देश्य ट्यूरिंग के प्रश्न का उत्तर देना है। मशीनों में मानव के सामान बुद्धि को दोहराने या उसका अनुकरण करने का प्रयास है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के व्यापक लक्ष्य ने कई सवालों के साथ इस बहस को जन्म दिया है, जिससे इतना तो समझ में आया कि इस क्षेत्र की कोई एकवचन परिभाषा सार्वभौमिक रूप से स्वीकृत नहीं है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

इसके बाद Artificial Intelligence Computer को परिभाषित करने में प्रमुख रूप से केवल उन “मशीनों का निर्माण करना है जो मनुष्यो के सामान बुद्धिमान हो”। लेखक स्टुअर्ट रसेल और पीटर नॉर्विग अपनी ग्राउंडब्रेकिंग पाठ्यपुस्तक Artificial Intelligence: A Modern Approach, में मशीनों के एक बुद्धिमान एजेंटों के सामान काम करने से सम्बंधित कई सवालों को एकीकृत करते हुऐ अपने विचार प्रस्तुत करते हैं।

नॉरविग और रसेल Artificial Intelligence Computer से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण अलग-अलग दृष्टिकोणों का विचार करते हैं जिन्होंने ऐतिहासिक रूप से 5 Importance of AI (Artificial Intelligence) के क्षेत्र को परिभाषित किया है:

  1. इंसानी सोच (Thinking Humanly)
  2. सोच समझकर (Thinking Rationally)
  3. मानवीय रूप से कार्य करना (Acting Humanly)
  4. तर्कसंगत रूप से कार्य करना (Acting Rationally)
  5. तर्कसंगत रूप से संवाद करना (Communicate Rationally)

इसमें पहले दो बिंदु विचार चिंता प्रक्रियाओं और तर्क को समझते है, जबकि अन्य दो बिंदु व्यवहार से निपटते है। नॉरविग और रसेल विशेष रूप अपना ध्यान 5 Importance of AI यानिकि तर्कसंगत एजेंटों (Rational Agents) पर ही केंद्रित करते हैं जो सर्वोत्तम परिणाम को प्राप्त करने के लिए आवश्यक हैं। यही वो 5 मूल तत्व है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है इसकी व्यख्या को विस्तार देते है।  

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन हिंदी नोट्स  

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इन हिंदी की यात्रा को आगे बढ़ाते हुए आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के उपयोग को जाने तो कह सकते है की इसका प्रयोग तो अंतहीन हैं। इस तकनीक को कई अलग-अलग क्षेत्रों और उद्योगों में लागू किया जा सकता है। दवाइयों और रोगियों में अलग-अलग उपचार के लिए और ऑपरेशन थिएटर में शल्य चिकित्सा प्रक्रियाओं के लिए AI का परीक्षण और स्वास्थ्य सेवा उद्योग में इसका उपयोग किया जा रहा है।

आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के उपयोग में कृत्रिम बुद्धिमत्ता वाली मशीनों में ऐसे कंप्यूटर शामिल हैं जो शतरंज खेलने और सेल्फ ड्राइविंग कार चलाने में सक्षम हैं। इनमें से प्रत्येक मशीन को किये गये कार्यो के परिणामों को समझना चाहिए, क्योंकि प्रत्येक क्रिया अंतिम परिणाम को प्रभावित करती है। जैसे शतरंज में, अंतिम परिणाम केवल खेल को जीतने से है, उसी तरह सेल्फ-ड्राइविंग कारों में कंप्यूटर सिस्टम को उन सभी बाहरी परिणामो को समझना है और उन परिणामो को इस प्रकार संग्रहित करके गणना को करना है ताकि टकराव को रोका जा सके।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

Artificial Intelligence के पास वित्तीय उद्योग में इसका अनुप्रयोग भी हैं, जहां आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का उपयोग बैंकिंग और वित्त में गतिविधि और असामान्य डेबिट कार्ड के उपयोग और बड़े खाते में जमा राशि का पता लगाने के लिए किया जाता है – ये सभी बैंक के धोखाधड़ी विभाग की मदद करते हैं। AI Application का उपयोग स्ट्रीमलाइन में मदद करने और व्यापार को आसान बनाने के लिए भी किया जा रहा है। यह आपूर्ति, मांग और प्रतिभूतियों के मूल्य निर्धारण को आसान बनाकर किया जाता है। इन्ही उपयोगो के आधार पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है इसके विस्तार को समझा जा सकता है।  

अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में कौन सी भाषा का प्रयोग होता है 

आज Artificial Intelligence in Computer ने उपयोग और अवसरों के साथ व्यवसायों के माध्यम से सफलतापूर्वक प्रवेश किया है। हालाँकि, AI का दायरा यह इंगित करता है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सभी लाभों को जानने की प्रक्रिया क्या हो सकती है? जिससे Language used for Artificial Intelligence के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रोग्रामिंग भाषा चुनने से बहुत मदद मिलेगी

प्रत्येक भाषा की अपनी ताकत और कमजोरियां होती हैं, और वे अलग-अलग विशेषताएं प्रदान करती हैं। यह आप ही तय करते हैं कि आपकी आवश्यकताओं के लिए कौन सी भाषा सबसे अच्छी हैं।

Language used for Artificial Intelligence के लिए सबसे अच्छी प्रोग्रामिंग भाषाएं यहां दी गई हैं।

1. Python, 2. LISP, 3. R, 3. Prolog, 4. C++, 5. JavaScript, 6. Java, 7. Haskell, 8. Julia

इन सभी भाषाओं में Python सबसे Widely Language used for Artificial Intelligence हैं।  

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उदाहरण  

  • Google की AI-संचालित भविष्यवाणियां (Ex. Google Maps)
  • राइड-शेयरिंग एप्लिकेशन (जैसे: Uber, Lyft)
  • कमर्शियल में AI ऑटोपायलट
  • ई-मेल पर स्पैम फ़िल्टर
  • प्लागेरिस्म चेकर्स 
  • चेहरे की पहचान
  • सर्च इंजन 
  • वॉयस-टू-टेक्स्ट कन्वर्ट 
  • स्मार्ट पर्सनल असिस्टेंट (जैसे: सिरी, एलेक्सा)
  • धोखाधड़ी संरक्षण और रोकथाम

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकार

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है इसका अगला बिंदु है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकार इसका जवाब यह है की हम Artificial Intelligence Computer को दो अलग-अलग श्रेणियों में विभाजित कर सकते है: कमजोर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मजबूत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

  • Weak Artificial Intelligence 

कमजोर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानिकि Weak Artificial Intelligence किसी विशेष कार्य को करने के लिए डिज़ाइन की गई प्रणाली का एक प्रतीक है। कमजोर AI सिस्टम में जहा शतरंज खेलना और अमेज़ॅन के एलेक्सा और एप्पल के सिरी जैसे व्यक्तिगत सहायकों के वीडियो गेम शामिल हैं। जहा आप सहायक से कोई एक प्रश्न पूछते हैं, और वह केवल आपके लिए इसका उत्तर देता है।

  • Strong Artificial Intelligence 

मजबूत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानिकि Strong Artificial Intelligence सिस्टम वह सिस्टम हैं जो मानव के समान माने जाने वाले कार्यों को करते हैं। ये अधिक गूढ़ और जटिल प्रणालियां हैं। इन्हे उन परिस्थितियों को संभालने के लिए प्रोग्राम किए जाता हैं जहा किसी व्यक्ति के हस्तक्षेप के बिना समस्या को हल करने की आवश्यकता हो सकती है। इस प्रकार की प्रणालियां जैसे सेल्फ-ड्राइविंग कारों या अस्पताल के ऑपरेटिंग रूम में पाई जाती हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे और नुकसान

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे और नुकसान समझे तो इसमें कोई शक नहीं कि टेक्नोलॉजी ने हमारे जीवन को बेहतर बना दिया है। संगीत अनुशंसाओं, मानचित्र दिशाओं, मोबाइल बैंकिंग से लेकर धोखाधड़ी की रोकथाम तक, AI तकनीकों ने अपना स्थान बना लिया है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे

  • मानवीय भूल में कमी
  • 24×7 उपलब्धता 
  • दोहराव वाले काम में मदद करता है
  • डिजिटल सहायता
  • तेज़ निर्णय
  • तेज गति 
  • तर्कसंगत निर्णय निर्माता
  • चिकित्सा अनुप्रयोग
  • सुरक्षा में सुधार
  • कुशल संचार

अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नुकसान 

  • कार्यान्वयन की उच्च लागत 
  • इंसानों की जगह नहीं ले सकता
  • अनुभव के साथ सुधार नहीं होता है
  • रचनात्मकता की कमी
  • बेरोजगारी का जोखिम

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की अवधारणा 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, इसे सबसे पहले इंटेलिजेंट रोबोट और कृत्रिम प्राणियों को प्राचीन ग्रीक स्क्रिप्चर में दर्शाया गया था। अरस्तू का सिओलोगिज्म का विकास और इसका तार्किक प्रयोग मानव जाति को अपनी बुद्धिमत्ता को समझने की खोज में एक महत्वपूर्ण क्षण था। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की जड़े काफी लम्बी और गहरी हैं। AI के सम्बन्ध में कुछ सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं पर एक त्वरित नज़र।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

1943 – वारेन मैककुल्फ और वाल्टर पिट्स ने “ए लॉजिकल कैलकुलस ऑफ़ आइडियास इमैन्ट इन नर्वस एक्टिविटी” को प्रकाशित किया, जिसमे तंत्रिका नेटवर्क के निर्माण के लिए पहला गणित मॉडल प्रस्तावित किया गया।

1949 – डोनाल्ड हेब्ब ने अपनी पुस्तक द ऑर्गनाइजेशन ऑफ बिहेवियर: ए न्यूरोप्सिकलोलॉजिकल थ्योरी में, इस सिद्धांत का प्रस्ताव दिया है कि तंत्रिका मार्ग अनुभवों से निर्मित होते हैं, जिससे न्यूरॉन्स के बीच संबंध और अधिक मजबूत हो जाते हैं। AI में यही हेबैबियन सीख एक महत्वपूर्ण मॉडल बनी हुई है।

1950 – एलन ट्यूरिंग ने “Computing Machinery and Intelligence” को प्रकाशित किया जिसे ट्यूरिंग टेस्ट के रूप में जाना जाता है। हार्वर्ड से स्नातक मार्विन मिनस्की और डीन एडमंड्स ने SNARC का निर्माण किया, जो पहला न्यूरल नेटवर्क कंप्यूटर है। क्लाउड शैनन ने “प्रोग्रामिंग कंप्यूटर फॉर प्लेइंग शतरंज” को प्रकाशित किया। इसाक असिमोव ने “रोबोटिक्स के तीन नियम” को प्रकाशित किया।

1952 – आर्थर सैमुअल ने चेकर्स खेलने के लिए एक स्व-शिक्षण कार्यक्रम को विकसित किया।

1954 – जॉर्जटाउन-आईबीएम मशीन ने स्वचालित रूप से 60 चयनित रूसी वाक्यों का अंग्रेजी में अनुवाद किया।

1956 – जॉन मैकार्थी जिन्हे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जनक कहाँ जाता है उनके नेतृत्व में “Artificial Intelligence पर डार्टमाउथ समर रिसर्च प्रोजेक्ट” सम्मेलन मे AI के दायरे और लक्ष्यों को परिभाषित किया गया, जहा से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जन्म माना गया। अगर यह पूछा जाये की Who is the Father of Artificial Intelligence तो इसका जवाब होगा “जॉन मैकार्थी”। इसी वर्ष एलेन न्यूवेल और हर्बर्ट साइमन ने लॉजिक थियोरिस्ट (LT) पर पहला तर्क कार्यक्रम आयोजित किया।

1958 – जॉन मैकार्थी, Father of Artificial Intelligence ने AI प्रोग्रामिंग भाषा लिस्प (Lisp) को विकसित किया और “Programs with Common Sense” पेपर को प्रकाशित किया।

1959 – एलेन न्यूवेल, हर्बर्ट साइमन और जे.सी. शॉ ने जनरल प्रॉब्लम सॉल्वर (GPS) को विकसित किया है। हरबर्ट गेलर्नेटर ने ज्यामिति प्रमेय कार्यक्रम को विकसित किया।

1963 – जॉन मैकार्थी ने स्टैनफोर्ड में AI लैब की शुरुआत की।

1969 – सबसे पहला Expert System को DENDRAL में विकसित किया गया किए गए हैं। XX Programme तथा MYCIN को स्टैनफोर्ड में डिजाइन किया गया जो रक्त संक्रमण के ईलाज में मदद करता है।

1972 – Reasoning प्रोग्रामिंग भाषा PROLOG को बनाया गया।

1980 – Digital Equipment Corporation Develop R1 (जिसे XCON के रूप में भी जाना जाता है), जो पहला सफल वाणिज्यिक विशेषज्ञ प्रणाली के रूप मे विकसित हुआ। 

1982 – जापान के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और उद्योग मंत्रालय ने महत्वाकांक्षी पाँचवीं पीढ़ी के कंप्यूटर सिस्टम परियोजना की शुरुआत की। 

1983 – जापान की FGCS के जवाब में, अमेरिकी सरकार ने उन्नत कंप्यूटिंग और Artificial Intelligence में DARPA वित्त पोषित अनुसंधान प्रदान करने के लिए रणनीतिक कम्प्यूटिंग पहल को शुरू किया।

1987-1993 – जैसे-जैसे कंप्यूटिंग तकनीक में सुधार हुआ, उसके साथ-साथ सस्ता विकल्प उभरता गया और 1987 में Lisp मशीन बाजार ध्वस्त हो गया।

1991 – अमेरिकी सेना खाड़ी युद्ध के दौरान, एक स्वचालित लॉजिस्टिक्स प्लानिंग और शेड्यूलिंग टूल DART को तैनात करती है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

1997 – आईबीएम के डीप ब्लू ने विश्व शतरंज चैंपियन गैरी कास्परोव को हराया।

2005 – स्वचालित -ड्राइविंग कार स्टेनली, DARPA ग्रैंड चैलेंज जीतती है। अमेरिकी सेना ने बोस्टन डायनेमिक के “बिग डॉग” और इरोबोट के “पैकबोट” जैसे स्वायत्त रोबोटों में निवेश करना शुरू कर दिया है। 

2008 – Google Voice पहचान में सफलता को प्राप्त करता है और इसे iPhone ऐप इनस्टॉल करता है।

2014 – Google राज्य ड्राइविंग टेस्ट को पास करने के लिए पहली सेल्फ ड्राइविंग कार को बनाता है।

2016 – Google DeepMind के AlphaGo ने विश्व चैंपियन Go Player ली सेडोल को हराया। जिसे प्राचीन चीनी खेल की जटिलता को AI में स्पष्ट करने के लिए एक बड़ी बाधा के रूप में देखा गया था।

भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का स्कोप   

कृत्रिम बुद्धिमत्ता और भारत, भारत आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में तकनीकी प्रगति और फाइनेंस फंडिंग के मामले में दुनिया के शीर्ष 10 देशों में शामिल है। जबकि भारत कमर्शियल और रिसर्च पहल के मामले में शीर्ष 10 से बाहर है, वही सार्वजनिक, सरकारी पहलों के साथ-साथ निजी संस्थानों और संगठनों द्वारा किए गए AI पर खर्च और निवेश के मामले में छठे स्थान पर है।

आज नई पीढ़ी का भारत टेक्नोलॉजी को अपनाने के साथ-साथ “फाइनेंसियल फंडिंग के दृष्टिकोण से भी अच्छी स्थिति में है” – यह एक ऐसा कारक जो इसे AI Technology में तेजी से नये आईडियो को प्राप्त करने के लिए बल देता है, जिसमे भारत अन्य देशों से आगे निकल चूका है और AI Advancement में सभी का नेतृत्व कर रहा हैं।

AI Advancement में भारत से आगे आज अमेरिका, चीन, ब्रिटेन, फ्रांस, जापान और जर्मनी हैं। जबकि कनाडा, दक्षिण कोरिया और इटली भारत से पीछे हैं। भारत में AI का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रहा है। दिसंबर 2021 में भारत में AI की स्थिति पर मैकिन्से एनालिटिक्स ने एक रिपोर्ट को जारी किया, जिसमे भारत एक वाणिज्यिक, व्यावसायिक दृष्टिकोण से उभरती अर्थव्यवस्थाओं में AI को अपनाने वाला प्रमुख देश है। आज कृत्रिम बुद्धिमत्ता और भारत दोनों एक साथ आगे बढ़ रहे है। 

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स    

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स को आज मौजूद सबसे अधिक डिमांडिंग तकनीक माना जाता है। दुनिया भर के सभी उद्योगों द्वारा नये आईडिया को लगातार विकसित करने और सक्षम बनाने की इसकी क्षमता का लाभ उठाया जा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स के महत्व और इसके Easy Adoption को देखते हुए, कंपनियों में AI प्रतिभाओं की मांग लगातार बढ़ रही है।

आज कई भारतीय संस्थान कुछ बेहतरीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स की पेशकश कर रहे हैं और जिनमे से शीर्ष 10 को यहाँ बताया जा रहा है। यदि आप AI में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो आप इन पाठ्यक्रमों पर विचार कर सकते हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

1.) Advanced Programme in Artificial Intelligence- Powered Marketing (APAIPM)

Institute: IIM Calcutta

2.) Post Graduate Programme in Machine Learning and Artificial Intelligence

Institute: BITS-Pilani

3.) M.Tech in Artificial Intelligence

Institute: NMIMS-Mukesh Patel Institute of Technology

4.) B.Tech in Computer Sciences & Engineering with AI specialization

Institute: Amity University of Science and Technology

5.) MCA in Artificial Intelligence and Machine Learning

Institute: Chandigarh University

6.) B.Tech (Hons) Computer Science and Engineering- Artificial Intelligence and Machine Learning

Institute: University of Petroleum and Energy Studies

7.) Advanced Certification Program in AI/ML

Institute: IIT Hyderabad- TalentSprint

8.) Post Graduate Diploma in Artificial Intelligence and Machine learning

Institute: DIT University

9.) B.Tech CSE in Artificial Intelligence

Institute: NIET, Greater Noida

10.) M.Tech in Artificial Intelligence

Institute: IISC Bengaluru

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में करियर 

आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में नौकरियां पिछले कुछ वर्षों में लगातार बढ़ रही हैं और ऐसा अनुमान है यह तेजी से बढ़ती रहेंगी। इससे अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स की डिमांड काफी बढ़ रही है, 57% भारतीय कंपनियां मार्केट सेंटीमेंट से मेल खाने के लिए सही टैलेंट को हायर करने की उम्मीद कर रही हैं। ऐसे उम्मीदवारों के वेतन में औसतन 60-70% की बढ़ोतरी हुई है, जिन्होंने सफलतापूर्वक AI भूमिकाओं में बदलाव किया है। 

अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स करने वाले इंजीनियर को इसे पूरा करने के बाद वेतन में 200% तक की बढ़ोतरी करने में भी मदद मिली है। एक रिसर्च के अनुसार, AI Jobs की मांग लगातार बढ़ रही है। WEF के अनुसार, आने वाले वर्ष में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में 133 मिलियन नौकरियां उपलब्ध होंगी।

अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से सम्बंधित पूछे जाने वाले प्रश्न 

Who is the Father of Artificial Intelligence?

A:- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जनक जॉन मैकार्थी को माना जाता हैं, वह एक अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक थे। 

What is Artificial Intelligence in Computer?

A:- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर साइंस का ही एक सब-डिवीजन है और यह पूरी तरह से कंप्यूटिंग सिस्टम पर आधारित हैं। AI का मुख्य उद्देश्य ऐसे उपकरणों का निर्माण है जो बुद्धिमानी और स्वतंत्र रूप से कार्य कर सकें।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में कौन सी कंप्यूटर भाषा का प्रयोग होता है?

A:- गोल्डमैन सैक्स, किन्शो का उपयोग किया जाता है, जो बड़े डेटा और प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण के साथ सांख्यिकीय कंप्यूटिंग को जोड़ती है।

What are the domains of AI?

A:- वैसे तो AI को विभिन्न कार्य क्षेत्रों में प्रयोग किया जा रहा है लेकिन इसके तीन मुख्य domains of AI है- Formal tasks, Mundane tasks, and Expert tasks.

What is search process in artificial intelligence?

A:- AI में खोज मध्यवर्ती तरीको के माध्यम से नेविगेट करके एक प्रारंभिक अवस्था से एक लक्षित अवस्था तक पहुंचने की प्रक्रिया है। लगभग किसी भी AI समस्या को इन शब्दों में परिभाषित किया जा सकता है। Outcome – किसी समस्या का संभावित परिणाम। Transition – नेविगेट करने की प्रक्रिया। Starting State – कहां से खोज शुरू करें।

What is Machine Learning in Hindi?

A:- मशीन लर्निंग बिना किसी explicitly programmed किये खुद अपने आप ही learn करती हैं, यह एक प्रकार का AI सिस्टम को योग्यता प्रदान करती है 

मशीन लर्निंग कितने टाइप की होती है?

A:- मशीन लर्निंग तीन प्रकार की होती हैं, Supervised Learning, Unsupervised Learning और Reinforcement Learning।

अंत में
 

हमनें इस लेख के माध्यम से आपको “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, भारत में AI का स्कोप क्या है?” के बारें में सम्पूर्ण जानकारी देने प्रयास किया गया है, हमे पूरी उम्मीद है यह जानकारी आपके लिये काफी उपयोगी साबित होगी यदि इस आर्टिकल से सम्बन्धित आपके पास कोई सुझाव हो तो कमेंट बाक्स के माध्यम से आप उसे हम तक पंहुचा सकते है। आप इस जानकारी को अपने दोस्तों और सोशल मिडिया पर जरूर शेयर करे। आपका धन्यवाद!

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